कुण्डली (जिसे जन्म-कुण्डली, जनम कुंडली, जन्म पत्रिका, जन्मपत्री, वैदिक कुण्डली, हिन्दू कुण्डली आदि नामों से भी जाना जाता है) नक्षत्रों और ग्रहों की उन सटीक स्थितियों को दर्शाती है, जो जातक के जन्म के समय आकाश में थीं। इन खगोलीय स्थितियों को सरल रूप में कुंडली की सूरत में चिह्नित किया जाता है, ताकि उसका विश्लेषण किया जा सके।
ज्योतिष विधा ग्रह और उनके योगों के आधार पर फल का ज्ञान देता है। कुछ ग्रह योग अशुभ माने जाते हैं जो व्यक्ति के जीवन का सुख चैन छीन लेते हैं तो कुछ ऐसे शुभ ग्रह हैं जो व्यक्ति का जीवन संवार देते हैं। ज्योतिषशास्त्र में बताये गये कुछ उत्तम योग हैं महालक्ष्मी योग, नृप योग आदि.
महान योगों में महालक्ष्मी योग (Mahalakshmi Yoga), नृप योग (Nrup Yoga), गजकेशरी योग (Gajkesari Yoga), पारिजात योग (Parijat Yoga), छत्र योग (Chhatra Yoga) आदि विभिन्न योग आते हैं, जिनकी मौजूदगी से व्यक्ति का जीवन सुखमय व आनन्दित रहता है और व्यक्ति यश एवं कीर्ति हासिल करता है।
व्यक्ति को आवश्यकता होती है इन योगों को पहचानने की, और इन योगों को पहचान कर उनके अनुरूप कार्य करने की क्योंकि जब तक हम कर्म नहीं करेंगे, भले ही हमारी कुंडली कितनी भी अच्छी क्यों ना हो, कितने भी योग क्यों न हों, कुछ नहीं होने वाला| साथ ही साथ कमजोर ग्रहों की पहचान करके उसके बल को बढ़ाने का कार्य भी किया जा सकता है, ताकि उससे अच्छे परिणाम हासिल किये जा सकें.
अपनी कुंडली बनवाने या फिर उसका विश्लेषण करने के लिए आप हमारी संस्था के number पर कॉल करके या फिर हमें अपनी डिटेल्स भेज कर प्राप्त कर सकते हैं|
1 thought on “Free Kundali”
sagar
(June 4, 2017 - 2:48 pm)make free kundali